RBI Bank Loan Rules 2025 – आज के समय में लोन लेना एक आम बात हो गई है। चाहे घर खरीदना हो, कार लेना हो या बच्चों की पढ़ाई – लोग EMI पर निर्भर होते हैं। लेकिन कई बार ऐसी स्थिति आ जाती है जब EMI समय पर देना मुश्किल हो जाता है, और तभी शुरू होता है बैंक या रिकवरी एजेंट का मानसिक दबाव। इसी को देखते हुए RBI ने लोन रिकवरी के नियमों में बड़ा बदलाव किया है, जिससे आम लोगों को राहत मिलेगी।
अब कोई एजेंट नहीं करेगा बदसलूकी
भारतीय रिजर्व बैंक की नई गाइडलाइन के अनुसार, अब कोई भी बैंक या रिकवरी एजेंट EMI न भरने पर ग्राहक से गलत व्यवहार नहीं कर सकता। मतलब, कोई एजेंट अब आपको गाली, धमकी या सार्वजनिक रूप से अपमान नहीं कर सकता।
सुबह 7 से शाम 7 तक ही कॉल की इजाजत
अब बैंक या उसका एजेंट सिर्फ सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक ही लोन धारक से संपर्क कर सकता है। रात में कॉल करना, छुट्टी के दिन परेशान करना, या लगातार कॉल करना – ये सब अब नियमों के खिलाफ है। इससे ग्राहकों को मानसिक शांति मिलेगी।
EMI बाउंस हो जाए तो घबराएं नहीं
अगर किसी महीने EMI चुकाने में दिक्कत हो जाए, तो घबराने की जरूरत नहीं है। RBI के अनुसार बैंक तुरंत कोई कठोर कार्रवाई नहीं कर सकता। पहले 90 दिनों तक सिर्फ नोटिस भेजा जाएगा और आपसे बातचीत की जाएगी। इस दौरान ग्राहक बैंक से नई शर्तों पर बातचीत कर सकता है।
चार-पांच EMI न चुकाने पर भी सीधे नीलामी नहीं
अगर कोई लगातार 4-5 किश्तें नहीं चुकाता, तब भी बैंक सीधे प्रॉपर्टी जब्त या नीलाम नहीं कर सकता। पहले बैंक को कानूनी नोटिस देना होता है और ग्राहक को पूरा मौका मिलता है कि वह समाधान खोज सके।
बदतमीजी करने वाले एजेंट पर हो सकती है कार्रवाई
अगर कोई रिकवरी एजेंट:
धमकी देता है
अपशब्द कहता है
परिवार या पड़ोसियों के सामने अपमान करता है
जबरदस्ती घर में घुसता है
तो ग्राहक पुलिस स्टेशन में FIR, बैंक की शिकायत शाखा, या RBI के पोर्टल पर शिकायत कर सकता है। जरूरी हो तो कानूनी सलाह भी ली जा सकती है।
शिकायत के लिए क्या सबूत रखें?
आपकी शिकायत प्रभावी हो, इसके लिए ये सबूत संभाल कर रखें:
धमकी की रिकॉर्डिंग
मैसेज या कॉल का स्क्रीनशॉट
बैंक द्वारा भेजा गया नोटिस
गवाह (जो घटना के वक्त मौजूद हो)
इन सबूतों के आधार पर बैंक और एजेंट दोनों पर कार्रवाई हो सकती है।
बैंक भी होंगे जिम्मेदार
RBI ने साफ कहा है कि अगर कोई एजेंट गलत व्यवहार करता है, तो उसकी जिम्मेदारी बैंक की होगी। एजेंट आपकी अनुमति के बिना घर में घुस नहीं सकता, और कोई भी सामान नहीं जब्त कर सकता।
नीलामी के भी सख्त नियम
अगर आपकी वित्तीय स्थिति बहुत खराब है और आप लोन नहीं चुका पा रहे हैं, तो बैंक संपत्ति नीलाम कर सकता है, लेकिन इसके लिए जरूरी शर्तें हैं:
नीलामी से पहले कानूनी नोटिस देना जरूरी है
प्रक्रिया पारदर्शी होनी चाहिए
नीलामी की रकम में बची हुई राशि ग्राहक को लौटानी होगी
पूरी प्रक्रिया में सम्मानजनक व्यवहार जरूरी है
ग्राहक अब खुलकर कर सकते हैं बात
इन नए नियमों से अब ग्राहक बैंक से खुलकर संवाद कर सकते हैं। डर और शर्म से छुपने की बजाय अब बातचीत करके समाधान निकाला जा सकता है। यह बदलाव बैंकिंग सिस्टम को ज्यादा न्यायपूर्ण और मानवीय बनाता है।
अब राहत की सांस लें
RBI के नए नियम EMI चुकाने में असमर्थ ग्राहकों के लिए बड़ी राहत हैं। अब आप सम्मान और अधिकार के साथ बैंक से बात कर सकते हैं। कोई भी एजेंट आपकी इज्जत से नहीं खेल सकता। EMI चूकने पर अब आप डरे नहीं – बातचीत करें, समाधान खोजें।