Ration Card Update 2025:बिहार सरकार ने राज्य के लाखों राशन कार्ड धारकों को एक बड़ी सौगात दी है। अब जरूरतमंद परिवारों को तीन महीने का राशन एक साथ मिलने वाला है। यह फैसला खासकर बाढ़ प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। आइए जानते हैं इस स्कीम से जुड़ी पूरी जानकारी आसान भाषा में।
योजना का उद्देश्य क्या है?
हर साल बिहार के कई जिले बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं। इससे गांवों का संपर्क टूट जाता है और लोगों तक समय पर राशन नहीं पहुंच पाता। इसी समस्या से निपटने के लिए खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने मई से अगस्त तक का राशन पहले ही बांटने का फैसला लिया है। इससे लोगों को प्राकृतिक आपदा के समय भोजन की परेशानी नहीं होगी।
कब मिलेगा कौन-सा राशन?
सरकार ने तीन महीने के राशन वितरण के लिए एक साफ़ शेड्यूल जारी किया है:
जून महीने का राशन: 21 मई से 31 मई के बीच
जुलाई महीने का राशन: 1 जून से 15 जून के बीच
अगस्त महीने का राशन: 15 जून से 30 जून के बीच
इस तरह लोग जून के अंत तक तीन महीने का राशन स्टॉक कर सकते हैं।
किन चीजों का मिलेगा राशन?
सरकारी वितरण प्रणाली (PDS) के तहत जो सामान्य राशन मिलता है, वही इस योजना में भी मिलेगा। इसमें शामिल हैं:
चावल
गेहूं
राज्य विशेष योजना के अनुसार दाल या नमक भी
राशन की मात्रा वही रहेगी जो पहले मिलती थी, सिर्फ वितरण एक साथ किया जाएगा।
किन्हें मिलेगा इस योजना का लाभ?
यह सुविधा सिर्फ उन्हीं लोगों को मिलेगी जिनके पास वैध राशन कार्ड है। इसमें निम्न श्रेणियां शामिल हैं:
अंत्योदय कार्डधारी परिवार
Priority Household (PHH) कार्डधारी परिवार
अगर किसी ने अभी तक राशन कार्ड नहीं बनवाया है, तो वह पंचायत कार्यालय या खाद्य विभाग की वेबसाइट के माध्यम से आवेदन कर सकता है।
जिलाधिकारियों को दिए गए निर्देश
राज्य के प्रधान सचिव ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वितरण तय समयसीमा में पारदर्शिता के साथ हो।
किसी भी केंद्र पर भीड़ या अव्यवस्था न हो
डीलरों की निगरानी रखी जाएगी
विशेष निगरानी टीम भी बनाई जाएगी
लाभुकों को क्या सावधानियां रखनी चाहिए?
समय पर राशन उठाएं, क्योंकि तारीख निकल जाने पर दोबारा मिलना मुश्किल हो सकता है।
राशन उठाते वक्त रसीद और एंट्री चेक करें।
अगर राशन में कमी या गड़बड़ी दिखे तो तुरंत शिकायत करें।
राशन को सही ढंग से स्टोर करें ताकि खराब न हो।
योजना क्यों है खास?
बिहार में हर साल छपरा, दरभंगा, मधुबनी, गोपालगंज, सीवान जैसे जिले बाढ़ से प्रभावित होते हैं। कई बार नाव से राशन पहुंचाना पड़ता है। इस योजना से लोग पहले ही राशन स्टोर कर सकेंगे और प्राकृतिक आपदा के समय सुरक्षित रहेंगे।
बिहार सरकार का यह कदम सराहनीय है। इससे ना केवल गरीब और ग्रामीण परिवारों को राहत मिलेगी, बल्कि आपदा की स्थिति में भी खाद्यान्न की किल्लत नहीं होगी। यह योजना सरकार की आपदा प्रबंधन की मजबूत तैयारी को भी दर्शाती है।
अगर आप भी राशन कार्ड धारक हैं, तो तय समय पर जाकर अपना राशन जरूर प्राप्त करें और योजना का पूरा लाभ उठाएं