Monsoon Update:उत्तर प्रदेश में गर्मी अपने चरम पर पहुंच चुकी है। तेज़ धूप, लू और सूखे मौसम ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। लेकिन अब मौसम विभाग की तरफ से राहत भरी खबर आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, 11 जून 2025 से उत्तर प्रदेश में मानसून की शुरुआत हो सकती है। यह बारिश प्रदेश के पूर्वी हिस्से से दस्तक देगी और धीरे-धीरे पश्चिमी इलाकों में फैलेगी।
अभी और 4 दिन झेलनी होगी भीषण गर्मी
मौसम विभाग ने बताया है कि 9 और 10 जून को प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों में लू चलने की प्रबल संभावना है। पछुआ हवाएं तेज़ी से चलेंगी और वातावरण में नमी की कमी के कारण तापमान में 3 से 5 डिग्री तक का इज़ाफा हो सकता है। इस दौरान दोपहर में घर से बाहर निकलना बेहद खतरनाक हो सकता है।
इन जिलों में सबसे ज्यादा लू का खतरा
कुछ विशेष जिले ऐसे हैं जहां लू का असर सबसे अधिक देखा जा सकता है। मौसम विभाग ने यहां के लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है:
बुंदेलखंड क्षेत्र:
बांदा, झांसी, ललितपुर, महोबा, हमीरपुर, चित्रकूट, उरईविंध्य क्षेत्र:
प्रयागराज, वाराणसी, मिर्जापुर, सोनभद्रमध्य-पश्चिमी यूपी:
आगरा, कानपुर, अलीगढ़, गौतमबुद्ध नगर, एटा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, हाथरस
इन जिलों में दोपहर के समय लू चल सकती है। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए।
11 जून से बदलेगा मौसम का मिज़ाज
11 जून से पुरवा हवाएं चलनी शुरू हो जाएंगी, जो नमी लेकर आएंगी और बारिश की शुरुआत करेंगी। शुरुआत में मानसून पूर्वी उत्तर प्रदेश जैसे वाराणसी, गोरखपुर, बलिया आदि जिलों में सक्रिय होगा। इसके बाद धीरे-धीरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी फैल जाएगा। बारिश शुरू होते ही तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट आएगी।
क्यों पड़ रही है इतनी भीषण गर्मी?
इस बार गर्मी ज्यादा महसूस होने का कारण है –
पश्चिमी विक्षोभ का कमजोर होना
पूर्वी यूपी की ट्रफ लाइन का हटना
इन दोनों कारणों से कोई सक्रिय मौसम प्रणाली नहीं बन पा रही है और पछुआ हवाएं सीधे गर्मी लेकर आ रही हैं।
इस भीषण गर्मी में क्या करें?
जब तक बारिश नहीं होती, तब तक खुद को गर्मी से बचाना ज़रूरी है। नीचे कुछ ज़रूरी सावधानियां दी गई हैं:
दोपहर 12 से 4 बजे तक बाहर जाने से बचें
अधिक से अधिक पानी पिएं और शरीर को हाइड्रेट रखें
हल्के और सूती कपड़े पहनें
छतरी, टोपी या गमछा लेकर बाहर निकलें
बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ध्यान रखें
नींबू पानी, नारियल पानी और छाछ का सेवन करें
गांवों में भी बढ़ी गर्मी की मार
गांवों में जहां पेड़-पौधों और खुली जगहों की वजह से पहले गर्मी थोड़ी कम लगती थी, वहां भी अब हालात खराब हो रहे हैं। खासकर बुंदेलखंड जैसे इलाकों में जहां पानी की पहले से ही किल्लत है, वहां लोग दोगुनी परेशानी का सामना कर रहे हैं।
राहत की उम्मीद 11 जून से
अगर मौसम विभाग का अनुमान सही साबित होता है, तो 11 जून से मानसून की शुरुआत होकर प्रदेशवासियों को गर्मी से बड़ी राहत मिलेगी। तब तक ज़रूरी है कि सभी लोग सतर्क रहें और स्वास्थ्य से जुड़ी सावधानियों का पालन करें। प्रशासन और आम नागरिकों को मिलकर इस भीषण गर्मी का सामना समझदारी और संयम से करना होगा