Gold Rate : 2025 की शुरुआत से ही सोने की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। वैश्विक आर्थिक हालात, मुद्रास्फीति और भू-राजनीतिक तनाव के कारण सोना एक सुरक्षित निवेश विकल्प बनकर उभरा है। जहां निवेशकों को इससे अच्छा मुनाफा हो रहा है, वहीं आम लोगों के लिए यह महंगाई का एक और कारण बन गया है।
आज के सोने की कीमतों में मामूली गिरावट
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के ताजा आंकड़ों के अनुसार आज 24 कैरेट शुद्ध सोने की कीमत में 146 रुपये की गिरावट दर्ज की गई है। गिरावट के बाद यह कीमत 95,667 रुपये प्रति 10 ग्राम (GST रहित) रही है, जबकि GST जोड़ने पर यह 98,537 रुपये प्रति 10 ग्राम हो जाती है। हालांकि यह गिरावट मामूली है, लेकिन इससे यह साफ है कि बाजार में अभी भी तेजी का रुझान बना हुआ है।
विशेषज्ञों की राय – खरीदारी का सही समय
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि यह गिरावट सिर्फ तकनीकी सुधार है। सोने की मूल प्रवृत्ति अभी भी तेजी की है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे इस गिरावट को एक अवसर के रूप में देखें और दीर्घकालिक निवेश के लिए सोने की खरीदारी करें।
अलग-अलग कैरेट की कीमतें
सोने की शुद्धता के आधार पर अलग-अलग कैरेट के सोने की कीमतों में भी आज गिरावट देखी गई है:
23 कैरेट सोना: 145 रुपये गिरकर 95,284 रुपये प्रति 10 ग्राम
22 कैरेट सोना: 134 रुपये गिरकर 87,631 रुपये प्रति 10 ग्राम
18 कैरेट सोना: 110 रुपये गिरकर 71,750 रुपये प्रति 10 ग्राम
14 कैरेट सोना: 86 रुपये गिरकर 55,965 रुपये प्रति 10 ग्राम
ये सभी कीमतें GST और अन्य स्थानीय टैक्स को छोड़कर बताई गई हैं।
चांदी में आई जोरदार तेजी
जहां एक ओर सोना गिरावट में रहा, वहीं चांदी की कीमतों में अच्छी बढ़त देखने को मिली। आज चांदी की कीमत 448 रुपये बढ़कर 97,357 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच गई। GST जोड़ने के बाद चांदी की खुदरा कीमत 1,00,277 रुपये प्रति किलो हो गई है। चांदी की यह तेजी औद्योगिक मांग जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स और सोलर सेक्टर में उपयोग के कारण आई है।
सोने का रिकॉर्ड स्तर और अब तक की बढ़त
22 अप्रैल 2025 को सोने ने 99,100 रुपये प्रति 10 ग्राम का रिकॉर्ड स्तर छुआ था। आज की कीमत उस रिकॉर्ड से केवल 3,433 रुपये कम है। साल की शुरुआत (31 दिसंबर 2024) में यह कीमत 76,045 रुपये थी, यानी अब तक लगभग 26% की बढ़त (19,927 रुपये) हो चुकी है।
स्थानीय बाजारों में कीमतों में अंतर
देश के अलग-अलग शहरों में सोने और चांदी की कीमतों में 1,000 से 2,000 रुपये तक का अंतर देखा जाता है। इसका कारण होता है – स्थानीय टैक्स, डीलरों की संख्या, मांग-आपूर्ति और ट्रांसपोर्ट का खर्च। महानगरों में कीमतें अपेक्षाकृत कम होती हैं जबकि छोटे शहरों में थोड़ी ज्यादा हो सकती हैं।
भविष्य की संभावनाएं और निवेश सलाह
वर्तमान वैश्विक परिस्थितियों को देखते हुए आने वाले समय में सोने की मांग बनी रहने की संभावना है। विशेषज्ञों की राय है कि निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो का 10-15% हिस्सा सोने में रखना चाहिए। सोने में निवेश के लिए फिजिकल गोल्ड के अलावा डिजिटल गोल्ड और गोल्ड ETF भी बेहतर विकल्प हैं।
सोने की कीमतों में थोड़ी गिरावट के बावजूद इसकी लंबी अवधि की प्रवृत्ति तेजी की है। निवेशक इस समय को एक अवसर मान सकते हैं और उचित परामर्श के साथ निवेश कर सकते हैं। बाजार में पारदर्शिता और सही जानकारी के साथ खरीदारी करें और हमेशा विश्वसनीय स्रोतों से ही सोना लें।
यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। कृपया किसी भी प्रकार का निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें। बाजार की स्थिति में बदलाव आने पर कीमतों में उतार-चढ़ाव संभव है