Gold Loan New Rules:भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) समय-समय पर लोन से जुड़े नियमों में बदलाव करता रहता है, ताकि ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और बैंकिंग सिस्टम को अधिक पारदर्शी और मजबूत बनाया जा सके। अब RBI ने गोल्ड लोन (Gold Loan) को लेकर नई गाइडलाइंस का ड्राफ्ट तैयार किया है, जिसे 1जून 2026 से लागू किया जा सकता है।
किसे नहीं होगी परेशानी?
गोल्ड लोन की नई गाइडलाइंस को लेकर वित्त मंत्रालय के डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल सर्विसेज (DFS) ने सुझाव दिया है कि छोटी राशि (Low Amount) में गोल्ड लोन लेने वाले ग्राहकों को नई गाइडलाइंस के दायरे से बाहर रखा जाए, ताकि उन पर अतिरिक्त बोझ न पड़े।
इसका मतलब यह है कि जिन ग्राहकों का लोन अमाउंट कम है, उन्हें ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है।
क्या है गाइडलाइंस का उद्देश्य?
RBI का उद्देश्य गोल्ड लोन सिस्टम को अधिक मजबूत और सुरक्षित बनाना है। 9 अप्रैल 2025 को RBI ने गोल्ड लोन के लिए ड्राफ्ट गाइडलाइंस जारी की थीं। इन नए नियमों में मुख्य रूप से इन बातों पर फोकस किया गया है:
अंडरराइटिंग प्रक्रिया को मजबूत बनाना
कोलैटरल (गिरवी रखे गए सोने) के प्रबंधन में सुधार लाना
गोल्ड लोन से मिले पैसे के उपयोग पर निगरानी रखना
इसका मकसद है कि लोन सैंक्शन से पहले सभी जरूरी जांच और मूल्यांकन को पूरी तरह से किया जाए।
गोल्ड लोन कंपनियों की चिंता
गोल्ड लोन इंडस्ट्री से जुड़े विशेषज्ञों के अनुसार, RBI के इन नए नियमों से कंपनियों को लोन प्रोसेसिंग में अधिक समय लग सकता है। इसका सीधा असर उनकी बिजनेस ग्रोथ पर पड़ सकता है।
क्रिसिल की एक रिपोर्ट के अनुसार, नए नियमों के कारण गोल्ड लोन कंपनियों के कारोबार में थोड़ी मंदी आ सकती है, क्योंकि प्रक्रिया अब ज्यादा सख्त और समय लेने वाली होगी।
फीडबैक के बाद बनेगा अंतिम नियम
वित्त मंत्रालय ने बताया है कि RBI अभी ड्राफ्ट गाइडलाइंस पर मिले फीडबैक का अध्ययन कर रहा है। सभी पक्षों की राय को ध्यान में रखते हुए अंतिम गाइडलाइंस बनाई जाएंगी। इसलिए नियमों को 1 जनवरी 2026 से लागू करने का निर्णय लिया गया है, ताकि कंपनियों और ग्राहकों को बदलाव के लिए पर्याप्त समय मिल सके।
शेयर बाजार में दिखा असर
RBI की गाइडलाइंस की खबरों के बीच शेयर बाजार में गोल्ड लोन कंपनियों के शेयरों में उछाल देखा गया।
Muthoot Finance का शेयर 30 मई को 7.4% की तेजी के साथ ₹2,219 तक पहुंच गया।
Manappuram Finance के शेयर में भी 3.88% की बढ़त देखी गई और यह ₹240.88 तक चला गया।
यह दिखाता है कि निवेशकों को फिलहाल इन कंपनियों से जुड़ी संभावनाओं पर भरोसा है।
RBI की नई गोल्ड लोन गाइडलाइंस लोन प्रोसेस को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाएंगी। हालांकि इससे गोल्ड लोन कंपनियों को शुरुआत में कुछ दिक्कतें हो सकती हैं, लेकिन ग्राहकों की सुरक्षा और सिस्टम की मजबूती के लिए ये जरूरी कदम माने जा रहे हैं। छोटे लोन लेने वालों को ज्यादा चिंता की जरूरत नहीं है क्योंकि उन्हें नियमों के दायरे से बाहर रखने का सुझाव है।
अगर आप भी गोल्ड लोन लेने की सोच रहे हैं, तो इन बदलावों को ध्यान में रखते हुए योजना बनाएं