FASTag Annual Pass:अगर आप भी हाईवे पर सफर करते समय FASTag Annual Pass का उपयोग करते हैं, तो आपके लिए यह खबर बेहद जरूरी है। NHAI (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) ने बड़ा फैसला लिया है कि अब कुछ हाई ट्रैफिक रूट्स पर FASTag वार्षिक पास की सुविधा बंद कर दी जाएगी। इसकी जगह पूरी तरह से डिजिटल और ऑटोमैटिक टोल सिस्टम लागू किया जाएगा।
क्यों बंद हो रहा है FASTag वार्षिक पास?
FASTag को शुरुआत में इस उद्देश्य से लागू किया गया था कि टोल प्लाजा पर लगने वाली लंबी कतारों को खत्म किया जाए और टोल का भुगतान डिजिटल तरीके से हो। लेकिन समय के साथ यह देखा गया कि कुछ हाईवे पर FASTag वार्षिक पास की वजह से टोल कलेक्शन में गड़बड़ी और ट्रैफिक कंट्रोल में दिक्कतें आ रही थीं। इसी को ध्यान में रखते हुए NHAI ने यह कदम उठाया है।
किन हाईवे पर लागू होगा यह नया नियम?
इस समय जिन प्रमुख रूट्स पर FASTag वार्षिक पास बंद करने की योजना बनाई गई है, उनमें शामिल हैं:
NH44 (श्रीनगर से कन्याकुमारी – देश का सबसे लंबा हाइवे)
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे
कन्याकुमारी-बेंगलुरु रूट
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे
ये सभी हाईवे ट्रैफिक के लिहाज से काफी व्यस्त हैं, इसलिए पारदर्शिता और सुरक्षा के लिए यह फैसला लिया गया है। जल्द ही NHAI इन रूट्स की पूरी लिस्ट जारी करेगा।
नया टोल सिस्टम कैसा होगा?
नई प्रणाली पूरी तरह डिजिटल और ऑटोमैटिक होगी। इसका मतलब यह है कि अब वाहन चालक को टोल प्लाजा पर रुकने की जरूरत नहीं होगी।
हाईवे पर लगे सेंसर्स और कैमरे वाहन की जानकारी पढ़ेंगे
टोल राशि सीधे आपके FASTag अकाउंट से कट जाएगी
इससे समय की बचत, कम ट्रैफिक जाम और बेहतर सफर का अनुभव मिलेगा
नई व्यवस्था से क्या फायदे होंगे?
✅ पारदर्शी टोल कलेक्शन: मैनुअल हस्तक्षेप खत्म
✅ कम ट्रैफिक जाम: सफर होगा स्मूद
✅ समय की बचत: रुकावट नहीं, यात्रा में तेजी
✅ सड़क सुरक्षा में सुधार: हादसों में कमी आने की संभावना
✅ स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट: डिजिटल कंट्रोल से बेहतर निगरानी
ड्राइवरों को क्या करना होगा?
अगर आप FASTag वार्षिक पास इस्तेमाल करते हैं, तो कुछ जरूरी बदलाव करने होंगे:
अपने FASTag अकाउंट को अपडेट रखें
यात्रा से पहले यह जांच लें कि आपका रूट इस नियम में शामिल है या नहीं
मोबाइल ऐप्स (जैसे NHAI, FASTag ऐप) डाउनलोड करके अपडेट लेते रहें
वाहन में प्रॉपर टैग और डॉक्यूमेंट सुनिश्चित करें
डिजिटल पेमेंट को प्राथमिकता दें
स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट की ओर कदम
यह नियम सिर्फ टोल तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पूरे ट्रैफिक सिस्टम को स्मार्ट बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।
डिजिटल ट्रैकिंग से ट्रैफिक का फ्लो सुधरेगा
रियल टाइम डाटा के जरिए जाम और दुर्घटनाओं को रोका जा सकेगा
ड्राइवरों को पहले से रूट और स्थिति की जानकारी मिल सकेगी
सावधानी और सुझाव
✅ यात्रा से पहले अपने रूट की जानकारी NHAI पोर्टल पर चेक करें
✅ किसी भी फर्जी पास या एजेंट से बचें
✅ ऐप में अपना FASTag बैलेंस और डिटेल्स समय-समय पर देखें
✅ सरकार की तरफ से आने वाले किसी भी SMS/नोटिफिकेशन पर ध्यान दें
NHAI का यह नया कदम भारत की टोल प्रणाली को और अधिक स्मार्ट, पारदर्शी और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। भले ही शुरुआत में कुछ वाहन चालकों को परेशानी हो, लेकिन लंबी अवधि में इससे समय, ईंधन और पैसे – तीनों की बचत होगी। साथ ही, दुर्घटनाओं और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं पर भी काबू पाया जा सकेगा।
अगर आप नियमित हाईवे यूजर हैं, तो इस बदलाव के लिए खुद को अभी से तैयार करें और अपने सफर को बनाएं ज्यादा सुरक्षित और स्मार्ट